सिलचर से मदन
सिंघल की रिपोर्ट
सोनाई
विधायक करीम उद्दीन बरभुइया (साजू) बेंगलुरू में सड़क दुर्घटना में मारे गए
बाराखाला के युवक पप्पू दास का शव लाने में हर तरह की मदद कर रहे हैं। बाराखाला के चांदपुर पार्ट II इलाके के कंडीग्राम का तीस वर्षीय युवक पप्पू दास पैसे कमाने
की उम्मीद में बेंगलुरू गया था। लेकिन किस्मत की क्रूर विडंबना यही लगती है। 6 मई को एक दुखद सड़क दुर्घटना में उसकी जान चली गई। उसके बाद
शव को उसके गांव घर वापस लाने में पैसे ही मुख्य बाधा बन गए। यह खबर जानने के बाद
साजू ने पूछताछ शुरू कर दी।
बताया
जाता है कि दुर्घटना की जानकारी मिलने के बाद उसके गांव के लोगों के एक वर्ग ने
पप्पू के शव को घर लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। इसके अलावा, बेंगलुरु में काम करने वाले बराक और कछार जिले के युवाओं ने
भी चंदा इकट्ठा किया। इसके बाद भी पैसे की कमी थी। यह खबर बेंगलुरु में काम करने
वाले अहमद हुसैन बरुभुइया के जरिए सोनायर विधायक करीम उद्दीन बरुभुइया तक पहुंची।
विधायक तुरंत सक्रिय हुए। उन्होंने मृतक की तलाश के लिए बेंगलुरु में डीबी
फाउंडेशन के अधिकारियों को भेजा और शव को घर भेजने में सहयोग का आश्वासन दिया।
विधायक ने शुरुआती दौर में 15 हजार
रुपये की सहायता प्रदान की। अहमद हुसैन बरुभुइया ने कहा कि विधायक साजू का यह
सहयोग वाकई सराहनीय है। बेंगलुरु में काम करने वाले बराक घाटी के युवा भी विधायक
साजू के इस मानवीय कदम से काफी प्रेरित हैं। उनके मुताबिक, विधायक साजू का खतरे के समय आम लोगों के साथ खड़ा होना एक
शिक्षाप्रद उदाहरण है। साजू
विधायक बनने से पहले से ही समाज सेवा से जुड़े रहे हैं। विधायक चुने जाने के बाद
इस काम में और तेजी आई है। उल्लेखनीय है कि सड़क दुर्घटना में मारे गए पप्पू दास
के परिवार में उनकी पत्नी, बुजुर्ग
पिता और दो छोटी बेटियां हैं। वह परिवार का एकमात्र कमाने वाला था।
