'सत्रबंधु' सम्मान से सम्मानित शिलादित्य देव का हुआ होजाई में नागरिक सम्मान


 

होजाई से निखिल कुमार मुन्दड़ा की रिपोर्ट

होजाई जिले के श्रीमंत शंकरदेव नगर स्थित महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव कला-कृष्टि विकास केंद्र द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह में असम भाषिक अल्पसंख्यक विकास बोर्ड के अध्यक्ष व होजाई के पूर्व विधायक शिलादित्य देव को असम सत्र महासभा द्वारा 'सत्रबंधु' उपाधि से सम्मानित किए जाने पर  महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव कला-कृष्टि विकास केंद्र ने उनका नागरिक सम्मान बुधवार को किया।वहीं, इस उपलक्ष पर देव ने अपने संबोधन में कहा  कि असम में सत्र-मंदिरों की अतिक्रमित भूमि की वापसी से राज्य की 60 प्रतिशत सांस्कृतिक सुरक्षा संभव होगी। शिलादित्य देव ने बताया कि 2007 से वे बांग्लादेशी अतिक्रमणकारियों द्वारा अवैध रूप से कब्जे में ली गई सात हजार बीघा से अधिक सत्र भूमि की वापसी के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्य को पूरा होने तक वह विश्राम नहीं लेंगे और निरंतर प्रयास जारी रखेंगे। 'सत्रबंधु' उपाधि के लिए असम सत्र महासभा को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि असम की सनातन (हिंदू) संस्कृति की रक्षा के लिए वे निस्वार्थ भाव से काम करते रहेंगे।समारोह में उपस्थित होजाई के जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता व सरकारी अधिवक्ता अमरज्योति शैकिया ने शिलादित्य देव को एक साहसी और जनहितैषी नेता बताया। उन्होंने कहा कि एक बंगाली नेता होने के बावजूद शिलादित्य देव ने सत्रों की अतिक्रमित भूमि की वापसी के लिए जो प्रयास किए हैं, वह वाकई प्रशंसनीय है। उन्होंने असम सत्र महासभा को इस सम्मान के लिए धन्यवाद दिया और शिलादित्य देव को अभिनंदन दिया। वहीं, अधिवक्ता समीर सरकार, असम राज्यीक भोजपुरी परिषद की होजाई समिति के कार्यकर्ताओं शाहिद अनेकों संस्थाओं ने भी उनका सम्मान किया।