सखी साहित्य परिवार रायगढ़ में आनलाइन भजन संध्या का आयोजन


 नगांव से रवीन्द्र शाह की रिपोर्ट 

भजन हमारे मन को शुद्ध, पवित्र और सात्विक करता है। भजन के द्वारा हम अपने दिल में प्रभु भक्ति की ज्योत जगाते हैं।कोरोना काल में ऐसी ही एक भजनों की शमा  सखी साहित्य परिवार ने बांधकर एक मिसाल कायम की है।राष्ट्रीय सखी साहित्य परिवार रायगढ़ इकाई द्वारा दिनांक 15.01. 2022  दिन शनिवार को ( मकर संक्रांति ) के उपलक्ष्य में आनलाइन ( गुगल मीट में) का आयोजन किया गया। जिसमें राष्ट्रीय सखी  साहित्य की संस्थापिका , अध्यक्ष दीपिका सुतोदिया "सखी" ने हनुमान मेरे बाबा  .. , छत्तीसगढ़ प्रान्ताध्यक्ष हरिप्रकाश गुप्ता  जय जय गंगा माता....  स्वच्छ रहे मां तेरा अमृत दिल में यही आता। उपप्रान्ताध्यक्ष अनिता मंदिलवार "सपना"....  भोले के मंदिर में अभिषेक आज कर लो मेरे आज किया पूरे औरो के काज कर दो , रायगढ़ इकाई की अध्यक्ष धनेश्वरी धरा   डूब चलो दिन माई .. साँझ भई मंदिर में  डूब चलो...,  गीता उपाध्याय ...न झटको बाँह बनवारी सहारे छूट जायेंगे। तुम्हारा नाम बिगड़ेगा भरोसे टूट जाएंगे,  सुधा देवाँगन,,, ऐ मालिक तेरे बंदे हम ,,, ऐसे हो हमारे कदम नेकी पर चलें और बदी से टलें, ताकि हंसते हुए निकले दम,,,, , रुकमणि सिंह ठाकुर. रुमाझूम .. रूमाझूमा नंदकिशोर, अरविन्द सोनी ,,,  सजा दो घर को गुलशन सा, अवध में राम आए हैं, अवध मे राम आए है, मेरे सरकार आए हैं, सरोज सोनी--खाना खा के जाना श्याम, खाना खा के जाना.......साधना सोनी. प्रभु प्यारे से जिसका संबंध है, उसको हर पल आनंद ही आनंद है .... प्रियंका गुप्ता  ,भक्तों से है तुम्हें प्यार ,प्रभु तुम्हें आना पड़ेगा , , पुरुषोत्तम गुप्ता लै संदेश हमारो उद्धौव जी ब्रजधाम पधारो , अजय पटनायक ...लउट के आहिं राम प्रभु जी, घर-घर म दीया जला लव , सुशीला साहू "विद्या",

आरती मेहर , श्याम नारायण श्रीवास्तव , ने सुमधुर स्वर में भजन प्रस्तुत किया । 

सभी की रसमय प्रस्तुति से माहौल भक्ति- भाव से सरोबोर हो गया।इसकी जानकारी सखी साहित्य के राष्ट्रीय अध्यक्षा दीपिका सुतोदिया 'सखी' ने दी है।