समस्तीपुर के गायक अमरजीत जयकर ने ’इंडियन आइडल’ में स्पेशल गेस्ट बनकर जजों का दिल जीता


 समस्तीपुर से अफजल इमाम ’’मुन्ना’’ की रिपोर्ट  

’’रुख जिंदगी ने मोड़ लिया कैसा, हमने सोचा नहीं था कभी ऐसा, आता नहीं यकीं, क्या से क्या हो गया.....’’ मधुर आवाज में ये गीत गाकर सोशल मीडिया के प्लेेटफार्म पर मशहूर हुये समस्तीपुर के अमरजीत जयकर की जिंदगी ने सच में ये गीत की तरह ही मोड़ ले लिया है। आज वह एक ऐसे मुकाम पर पहुंच चुके हैं, जहां जाने का सपना हर गायक कलाकार का होता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाला बहुचर्चित टीवी शो ’इंडियन आइडल’ की। जहां इस वर्ष 11 मार्च की रात ’इंडियन आइडल’ के रंगबिरंगे रौशनी से सजे विशाल मंच पर 25 वर्षीय अमरजीत जयकर स्पेशल गेस्ट के रूप में पहुंचे हुये थे। उत्तर बिहार में समस्तीपुर जिले के पटोरी अनुमंडल में भौआ गांव के रहने वाले अमरजीत जयकर ने अपनी गायिकी से मंच का मौसम बदल दिया। उनके गाने को सुनकर फिल्मों के मशहूर गायक, गीतकार, कंपोजर व डायरेक्टर एवं ’इंडियन आइडल’ के जज हिमेश रेशमिया भावुक हो गये। वहीं, फिल्मों के मशहूर पाश्र्व गायक, कंपोजर व गीतकार विशाल ददलानी ने तो उन्हें ’इंडियन आइडल’ के अगले सीजन के लिए बेहिचक न्योता भी दे डाला। हिमेश रेशमिया ने अपना गाना ‘‘तेरे बिन अधूरी है दर्दे बेखुदी मेरी, तेरी आशिकी ने मारा तू है जिंदगी मेरी.....‘’ अमरजीत जयकर की आवाज में गवाया। अमरजीत जयकर की आवाज में यह गीत सुनकर हिमेश रेशमिया व विशाल ददलानी जजों की कुर्सी से खड़े होकर तालियां बजायी। फिर, मंच पर जाकर अमरजीत जयकर को गले लगा लिया। अमरजीत जयकर को तो खुशियों का ठिकाना ही नहीं रहा। अमरजीत जयकर ने भी दोनों के पैर छूकर आर्शिवाद लिया। ’इंडियन आइडल’ का संचालन कर रहे मशहूर फिल्म पाश्र्व गायक आदित्य नारायण ने भी अमरजीत जयकर की जमकर तारीफ की। कार्यक्रम में मौजूद गायक कलाकारों व संगीत प्रेमियों ने भी तालियां बजाकर अमरजीत जयकर का हौसला बुलंद किया। अंत में सभी ने उसे गोद में उठा लिया। 

मशहूर फिल्म पाश्र्व गायक व जज की कुर्सी पर विराजमान हिमेश रेशमिया ने कहा कि इस गाने को मो.इरफान ने अपनी आवाज देकर रिकॉर्ड किया था। मगर इस गाने के कंपोजीशन को फ्रेशनेस अमरजीत आपने दिया। इसलिए यह गाना आपका। हिमेश रेशमिया ने कहा कि वह इसी सप्ताह इस गाने को रिकॉर्ड करेंगे। फिल्म पाश्र्व गायक, गीतकार व कंपोजर विशाल ददलानी ने अमरजीत जयकर की आवाज को इंक्रेडिबल बताते हुये कहा कि जहां आप खड़े हैं, ये स्टेज लोगों को स्टार बनाकर ही छोड़ता है। आपकी आवाज दिल में आकर लगती है। आप मेरे स्टूडियो में शेखर से मिलें। ताकि, हम लोग दो-चार गाने साथ मिलकर गा सकें। लेखक मनोज मुंतशिर ने भी मधुर आवाज के धनी उदीयमान गायक अमरजीत जयकर की गायिकी को खूब सराहा है। 

अमरजीत जयकर ने बताया कि उनका परिवार परंपरागत रूप से नाई का काम करता आ रहा है। पापा ने पढ़ाई की, मगर जिम्मेदारी ने आगे बढ़ने नहीं दिया। इसलिए वह भी दादा की तरह सैलून चलाने लगे। समाज के तानों के बाद परिवार ने भी गाने के लिए रोकना शुरू किया। इसके बाद मैंने गानों को सोशल मीडिया पर डालना शुरू किया। लाइक-कमेंट आने से मेरा उत्साह बढ़ा। इससे मुझे खुद को बतौर गायक साबित करने का मौका मिला। इसे मैं हर हाल में सफलता में बदलूंगा। अमरजीत जयकर को सोशल मीडिया पर सुनकर फिल्म अभिनेता से निर्माता बने सोनू सूद ने ही पहली बार अपनी नई फिल्म ’फतेह’ में गाने का ऑफर दिया था। उन्हीं के बुलावे पर उसकी रिकॉर्डिंग के लिए अमरजीत जयकर इस वर्ष फरवरी महीने की 27 तारीख को मायानगरी यानी मुंबई गये थे। जहां अमरजीत जयकर की मुलाकात बड़े-बड़े फिल्मी हस्थियों से भी हुयी। अमरजीत जयकर ने बताया कि सोनू सर ने गाना रिकॉर्ड करने के लिए 27-28 फरवरी को मुंबई बुलाया था। उनकी बदौलत ही आज मुझे कई गानों का ऑफर मिला है। हमारे गाने को सराहना मिली तो आगे यहीं रहकर अपना संघर्ष जारी रखेंगे। वह जीएमआरडी कॉलेज, मोहनपुर में बीएससी पार्ट 2 का छात्र है। परिवार में उसके माता-पिता, चाचा-चाची व दादा-दादी एवं एक भाई है। 

मैं पढ़ता और गाना गाता तो लोग ताने मारते थे। मैंने उसी दिन ठान लिया था, इन सब लोगों को एक दिन जवाब देना है। बेहद गरीब परिवार में जन्मे अमरजीत जयकर आज किसी परिचय के मुहताज नहीं है। कभी उसकी मां-चाची गाना गाने पर रोक लगाती थीं। वह भी आज अपने बेटा-भतीजा पर गर्व महशूश करती हैं। अमरजीत जयकर के दादा नरेश ठाकुर ने बताया कि उसे बचपन से ही गाने का शौक था। वो गांव के लाउडस्पीकर पर गीत सुनता था और उसे गुनगुनाने लगता था। आज अच्छा लगता है, जब पोते की मेहनत सफल हो रही है। क्योंकि, लोगों को उसका गाना पसंद आ रहा है। गाने के मामले में तो मैं तो खुद उसका फैन हूं। अमरजीत जयकर का गाना सुनने के बाद तो फिल्म अभिनेत्री नीतू चंद्रा ने भी उसकी खूब तारीफ की है। फिल्म अभिनेता सोनू सूद ने तो वीडियो ट्वीट कर लिखा है- एक बिहारी, सौ पर भारी। भाई बहुत आगे बढ़ेगा। दरअसल, अमरजीत जयकर ने न र्सिफ समस्तीपुर जिले का नाम रौशन किया है, बल्की सूबे बिहार का भी नाम रौशन किया है। प्रशासन व सरकार को चाहिये कि इस वर्ष 22 मार्च को बिहार प्रदेश के 121वीं वर्षगांठ पर आयोजित होने वाले ’बिहार दिवस समारोह’ के मौके पर अमरजीत जयकर जैस उदयीमान गायक कलाकार को सम्मानित करें। ताकि, नई पीढ़ी के गायक कलाकार देश-दुनियां में सूबे बिहार का नाम और ज्यादा रौशन कर सके। अब देखना है कि समस्तीपुर जिला प्रशासन या सूबे बिहार की नीतीश सरकार अमरजीत जयकर के मनोबल को बढ़ाने की दिशा में जल्द पहल करती है या नहीं। यह तो वक्त आने पर ही पता चल सकता है।