समस्तीपुर से अफजल इमामा ’’मुन्ना’’ की रिपोर्ट
बिहार में महागठबंधन की नयी सरकार ने राज्य महिला आयोग का पुनर्गठन किया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उजियारपुर की पूर्व सांसद व समस्तीपुर की जद(यू.) जिलाध्यक्ष अश्वमेध देवी को राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया है। इससे संबंधित अधिसूचना बिहार सरकार की ओर से जारी कर दी गयी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, समाज कल्याण विभाग की उपसचिव कुमारी सीमा ने 24 जुलाई 2023 को इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है। अधिसूचना में समस्तीपुर शहर के मथुरापुरघाट निवासी अश्वमेध देवी को अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया गया है। यह नियुक्ति अधिकतम 3 वर्ष के लिये की गयी है। इसके अलावा पटना की श्वेता विश्वास, जहानाबाद की प्रभावती मांझी, भागलपुर की रबिया खातून, सहरसा की प्रो.गीता यादव, गोपालगंज की सुनीता कुशवाहा, सिवान की डॉ.सुजाता सुम्ब्रई एवं पूर्णियां की सुलोचना देवी को गैर सरकारी सदस्य के रूप में नामित किया गया है।
इधर, समस्तीपुर में जद(यू.) जिलाध्यक्ष अश्वमेध देवी को राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष बनाये जाने पर जद(यू.) कार्यकर्ताओं में काफी हर्ष है। मनोनयन के बाद 26 जुलाई 2023 को लोहिया आश्रम पर अश्वमेध देवी को गुलदस्ता व माला देकर सम्मानित करते हुये बधाई व शुभकामनऐं दी। बधाई देते हुये जद(यू.) के प्रदेश महासचिव डाॅ.दुर्गेश कुमार राय ने इसके लिये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं वित्त व संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चैधरी के प्रति आभार प्रकट किया है। इनके अलावे बधाई देने वालों में तकी अख्तर, डाॅ.ज्योति निर्मला, अनिल सिंह बाबा, शारिक रहमान लवली, प्रमोद मिलिंद, अनस रिजवान, सुबोध सिंह, अमित कुमार सिंह, रंधीर सिंह, धर्मदेव कुशवाहा, ठाकुर राजीव सिंह, अशोक पटेल, बिंदेश्वर राय, कन्हैया लाल चैधरी, मनीष कुमार, इफ्तेखार अहमद आदि हैं।
बता दें कि, समस्तीपुर को दूसरी बार राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष पद मिला है। इससे पूर्व विभूतिपुर के पूर्व विधायक दिवंगत रामदेव वर्मा की पत्नी व बक्सर की पूर्व विधायक मंजू प्रकाश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी हैं। जबकि, सदस्य के रूप में नीलम सहनी एवं मंजू कुमारी भी पूर्व में सदस्य रही हैं। यह भी बता दें कि, अश्वमेध देवी कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी रह चुकी हैं। वह समता पार्टी के समय से ही दल से जुड़ी हुयी हैं। नये परिसिमन में उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र बनने के बाद पहली बार वह सांसद बनीं। इसके बाद कई लोकसभा एवं विधानसभा का चुनाव लड़ीं जरूर। लेकिन, पराजय का सामना करती चली गयीं। दल के प्रति वफादारी एवं उनकी सक्रियता और वोट की रणनीति को देखते हुये ही उन्हें यह पद मिला है। अश्वमेध देवी के राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष बनने के बाद अब जद(यू.) को नया जिलाध्यक्ष तलाशना होगा। पिछले दो टर्म से अश्वमेध देवी जद(यू.) की जिलाध्यक्ष की कुर्सी पर आसीन रहती आ रही हैं। ऐसे में जद(यू.) में अध्यक्ष पद को लेकर भी कयास लगाये जाने लगे हैं।