नगांव से रवीन्द्र शाह की रिपोर्ट
सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है, केवल कड़ी मेहनत ही किसी को सफलता के शिखर पर ले जा सकती है,'' कृष्णकांत संदिकै राज्य मुक्त विश्वविद्यालय और महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. हितेश डेका ने कहा। कलंगपार विद्यापीठ सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 29वें स्थापना दिवस और स्वागत समारोह के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते मुख्य अतिथि दैनिक असम के संपादक हितेश डेका ने कहा कि आज के छात्र-छात्राओं के लिए पूरा विश्व खुला हुआ।उन्होंने कहा, "आज के छात्रों के लिए पूरी दुनिया खुली है। लेकिन मोबाइल फोन छात्रों के विकास में बाधा बन रहे हैं। मोबाइल फोन सामाजिक और पारिवारिक हैं।" मोबाइल फोन के निर्माता ने खुद हाल ही में कहा था कि अगर उन्हें पता होता कि उनके द्वारा बनाया गया उपकरण समाज को इतना नुकसान पहुंचाएगा तो वे कभी मोबाइल फोन का आविष्कार नहीं करते। सेवानिवृत अध्यापक गीरिंद्र कुमार बरुआ की अध्यक्षता में आयोजित नगांव जिला पुस्तकालय प्रेक्षागृह में डॉ डेका ने कहा कि जुबीन गर्ग अनुराग महंत, जतिन बोरा आदि ने साल में जितना उपार्जन करता है वह एक प्रशासनिक सेवा के निष्ठावान अधिकारी, उपाचार्य आदि उसका आधा भी उपार्जन नहीं कर सकते, केवल प्रशासनिक अधिकारी डॉक्टर इंजीनियर आदि होने का ही लक्ष्य को सीमाबद्ध न रखकर नई पीढ़ी को साधना से कला संस्कृति आदि के साथही जरूरी प्रत्येक स्तर में श्रेष्ठता देना तथा मनुष्य होने का चेष्टा करना चाहिए। कोलकाता के बहुचर्चित विभत्स कांड का सभा में सभी उपस्थित शिक्षक छात्र-छात्राओं ने निंदा करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए मौन प्रार्थना किया जिसका उद्घाटन डॉ. बिरिंचीकुमार बरुआ कॉलेज के पूर्व प्राचार्य तथा शोणितपुर जिला साहित्य सभा के सभापति डॉक्टर भूपेन सैकिया ने किया। बैठक में 600 से अधिक गणमान्य व्यक्तियों और शिक्षकों और छात्रों ने भाग लिया। उन्होंने कहा, मन *और असत्य* को नष्ट करने का कोई मूल्य नहीं है। बैठक की शुरुआत पवित्र भादो महीने के अवसर पर कृष्ण वंदना और कृष्ण लीला के प्रदर्शन से हुई। कार्यक्रम में हरेश्वर गोस्वामी की बेटी स्निग्धा गोस्वामी, हेमकांत शर्मा के बेटे अक्षय शर्मा और मेहमान शामिल हुए। मुख्य बैठक की शुरुआत विद्यापीठ संगीत से हुई और बैठक के उद्देश्यों को संस्थान के प्राचार्य और असम साहित्य सभा के पूर्व महासचिव पदुम राजखोवा ने समझाया। स्वागत भाषण पूर्व प्राचार्य अमरजीत गोस्वामी ने दिया। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में असम उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद के उप सचिव लचित बरकाकती उपस्थित थे। बरकाकती ने छात्रों से संक्षिप्त बातचीत की और कहा कि मोबाइल फोन ने आज की नई पीढ़ी को अपनी चपेट में ले लिया है। हालांकि, छात्रों को विकास की राह पर आगे बढ़ने के लिए मोबाइल फोन की दुनिया से दूर जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारे छात्र उगता सूरज तभी बन सकते हैं, जब वे किताबों के बीच घूम सकें। रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय, कोलकाता की पूर्व छात्रा डॉ. कल्पिता देवी, जिन्होंने संगीत का अध्ययन किया और संगीत में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की, ने कुजारबारी, नगांव के देवकांत शैकिया को हेमकांत शर्मा मेमोरियल पुरस्कार प्रदान किया। पुरस्कार में विभिन्न स्वागत वस्तुएं, स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र और 15,000 रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है। हरेश्वर गोस्वामी मेमोरियल पुरस्कार रागिनी हजारिका को प्रदान किया गया, जिन्होंने नगांव जिले में उच्च माध्यमिक अंतिम परीक्षा के विज्ञान अनुभाग में असमिया विषय में सर्वोच्च अंक हासिल किए। 2024 के सर्वश्रेष्ठ परिणाम पुरस्कार मोमी सरकार और जेरिफा जन्नत को प्रदान किए गए। सभी पुरस्कारों में स्वागत आइटम, प्रशंसा प्रमाण पत्र, स्मृति चिन्ह और नकद पुरस्कार शामिल हैं। नगांव पूर्व विधायक गिरींद्र कुमार बरुआ ने कहा कि आज के समाज में स्नातकों की संख्या बढ़ी है लेकिन दुख की बात है कि लोगों की संख्या कम हो गई है। असम साहित्य सभा के सांगठनिक संपादक विनोद लश्कर ठाकुरिया, पूर्व प्राचार्य जिवेश्वर देव गोस्वामी नगांव जिला शहीद सभा के सभापति स्थगित महान अध्यापक मोहिनी मोहन डेका, कवि लिगिरा देवी, अध्यक्ष प्रताप सिंह, विकास असम, लेखक गुरमेल सिंह, नगांव जिला साहित्य सभा के पूर्व उपाध्यक्ष भवेश मेधी, कवि प्रदीप कुमार बोरा आदि अनेक विशिष्ट लोग उपस्थित रहे इस सभा में समन्वय का वार्तावाही जनगोष्ठी या नृत्य से अतिथियों का विदाई संभाषण दिया गया। आम सभा के बाद ही नए पुराने सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। गीत और वार्ता सम्मेलन का उद्घाटन नगांव महाविद्यालय के अध्यापिका शिल्पी करबी देवी ने किया। होजाई जिले के सहकारी आयुक्त विद्यापीठ के पूर्व छात्रा राखीश्री लेखारु ने शुभेच्छा मूलक भाषण प्रदान करने वाले सभा में संगीत संचालक मनदीप महंत और शिल्पी इंद्राणी बोरा ने अनुभव व्यक्त कर गीत प्रस्तुत की उच्चतर माध्यमिक के फाइनल परीक्षा में नौवीं स्थान पाने वाले पूर्व छात्रा रुणा मणि कलिता ने स्मरण प्रकाश किया ।सम्मेलन में प्रांतिक नाथ मौसमी सैकिया, दीपमणि नाथ, मोमी सरकार, नवनीता खाटनियार, निशिता बरकटकी, मामनि पातर, राजनंदनी राजकुमारी और प्रार्थना गोगोई ने पुराने सुनहले गीतों की प्रस्तुति दी। शिक्षक अतुल चंद्र बोरा के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में शिक्षक सुजाता गोस्वामी और बंदिता कलिता ने नृत्य प्रस्तुत किया। बिहू नृत्य और जातीय संगीत से कार्यक्रम का समापन हुआ।