सिलचर से मदन सिंघल की रिपोर्ट
सिलचर में स्थित हिंदी भवन में बराक हिंदी साहित्य समिति के तत्वावधान में मुल्क चलो आंदोलन स्मृति मंच पर धूमधाम से हिंदी दिवस मनाया गया। कवि सम्मेलन, दो महत्वपूर्ण पुस्तकों का विमोचन, हिंदी की प्रचार प्रसार तथा समाज सेवा व खेल जगत में अवदान देने वालों का सम्मान और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ भव्य हिंदी दिवस समारोह संपन्न हुआ। मंच "मुल्क चलो आंदोलन" के बलिदानियों के नाम समर्पित रहा। समिति के कार्यकारी अध्यक्ष मूलचंद वैद की अध्यक्षता में आयोजित मुख्य समारोह में महासचिव प्रदीप कुमार कुर्मी सर्वप्रथम आमंत्रित अतिथियों को मंचासीन कराया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक शशिकांत चौथाईवाले, असम विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर आकाश वर्मा, प्रो. पीयूष पांडेय, वूमेंस कॉलेज, सिलचर के प्रिंसिपल डॉ. सुजीत तिवारी, जगन्नाथ सिंह कॉलेज, उधारबंद के प्राचार्य डॉ. संतोष कुमार चतुर्वेदी, पीएम श्री जेएनवी के प्रिंसिपल विश्वास कुमार राणा, भाजपा, कछार इकाई के महासचिव अमिताभ राय, भाजपा के वरिष्ठ नेता अवधेश कुमार सिंह, समिति के पूर्व अध्यक्ष परमेश्वर लाल काबरा, हिंदी दिवस समारोह के संयोजक युगल किशोर त्रिपाठी, उपाध्यक्ष क्रमशः कन्हैयालाल सिंगोदिया, अरुण कुमार महतो, दुर्गेश कुर्मी की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित हुआ। आनंद द्विवेदी ने दीप एवं गणेश मंत्र का पाठ किया। समिति द्वारा मंच पर आसीन सभी का स्वागत एवं सम्मान हुआ। समिति के कार्यकारी अध्यक्ष मूलचंद वैद ने स्वागत भाषण रखा। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि समिति हर वर्ष हिंदी दिवस समारोह का आयोजन करती आ रही। समिति अन्य विविध कार्यक्रमों का आयोजन भी करती है। महासचिव प्रदीप कुमार कुर्मी ने प्रतिवेदन पाठ किया। समिति की सांगठनिक गतिविधि, साल भर में होने वाले प्रमुख कार्यक्रमों, सामाजिक गतिविधियों सहित अन्य जानकारियां दी। इस अवसर पर हिंदी की प्रचार - प्रसार तथा समाज सेवा और खेल क्षेत्र में अवदान रखने वालों का सम्मान किया गया, जिसमें श्रीमती हेमलता सिंगोदिया, सूर्य कुमार शर्मा, स्व. चंद्रशेखर सिंह ( मरणोपरांत) और पुष्पा साहू शामिल थी। इसके पश्चात डॉ. सुजीत तिवारी के "मुल्क चलो आंदोलन" पर तथ्यपरक चाय श्रमिकों के स्वतंत्रता संग्राम का अद्वितीय इतिहास और डॉ. संतोष कुमार चतुर्वेदी द्वारा रचित फणीश्वरनाथ रेणु की समीक्षा ( रेणु के उपन्यास साहित्य में व्यक्ति एवं उसकी अन्तः दशाएं ) पुस्तक का लोकार्पण किया गया। इसके पूर्व एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। वरिष्ठ कवि सुनील शर्मा की अध्यक्षता तथा योगेश दुबे के संचालन में प्रो. पीयूष पांडेय, विश्वास कुमार राणा, श्रीमती मधु पारख, मनीष पांडेय, श्रीमती कमला सोनार, चन्दन त्रिपाठी, नवोदित कवयित्री सुश्री अनुराधा उपाध्याय ने अपनी रचनाओं से कवि सम्मेलन शमा बांधी। कवियों को अंग वस्त्र ओढ़ाकर, प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मान किया गया। वहीं गत सात सितंबर को संपन्न हुए विविध प्रतियोगिताओं में विजेता प्रतिभागी स्कूली बच्चों के बीच पुरस्कार वितरण किया गया। समिति के आजीवन सदस्य तथा संगठन सचिव राजन कुंवर द्वारा कवियों, आमंत्रित अतिथियों और प्रतिभागी बच्चों के बीच हिंदी पुस्तकों का वितरण किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में कलाकारों ने गीत, नृत्य की प्रस्तुति से रंग भर दिया। समिति की महिला सदस्यों ने भी दो गीतों की शानदार प्रस्तुति दी। हिंदी दिवस समारोह में कार्यालय सचिव प्रमोद जायसवाल, क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक सचिव श्रीमती कमला सोनार, सह - सचिव तारकेश्वर सिंह,श्रीमती किरण त्रिपाठी, श्रीमती सबिता जायसवाल, श्रीमती अपर्णा तिवारी, बंशीलाल भाटी, सुनील कुमार सिंह, अमरनाथ सिंह, बाबुल नारायण कानू, संतलाल सिंह, रामस्वार्थ सिंह, ललित जैन, मनोज कुमार साह, राजीव कुमार राय, हनुमान जैन, गिरिजाशंकर अग्रवाल, राजकुमार दुबे, गोपाल कोइरी, संजीव कानू, कौशल सिंह, अनूप पटवा, बिप्लव पटवा आदि की उपस्थिति रही। सुपर्णा तिवारी, विप्लब राय, अखिलेश पांडेय, विधान सिन्हा,झलक चक्रवर्ती की भी कार्यक्रम में उपस्थिति रही।सांस्कृतिक कार्यक्रम मे कलाकारों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। पूरे दिन चले कार्यक्रम के बाद सभी के लिए स्वादिष्ट भोजन परोसा गया।