नगांव से रवीन्द्र शाह की रिपोर्ट
मोरीगांव जिला के बघरा घुली गांव के मध्य अंग्रेजी विद्यालय में हिंदी दिवस
का आयोजन किया गया। मोरीगांव जिला मेरा युवा भारत की पहल पर और मदर टेरेसा महिला
संघ के सहयोग से आयोजित हिंदी दिवस पर सफाई अभियान के बाद संघ की सलाहकार चंपा
डेका ने विद्यालय के प्रांगण में पौधारोपण किया।विद्यालय की मुख्य शिक्षिका जयश्री
बोरो ने संचालन की सभा में दीप प्रज्वलन किया। शिक्षक महेंद्र बरदलै ने दीप
प्रज्वलन किया। भूपेन हजारिका की जन्म शताब्दी के अवसर पर पूरे राज्य के साथ इस
कार्यक्रम में भी भूपेन हजारिका के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। कपाहेरा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सेवानिवृत्त शिक्षक देवेन दास ने
स्वागत भाषण दिया। शिक्षक कमल जीत डेका ने भी स्वागत भाषण दिया। आमंत्रित अतिथि के
रूप में उपस्थित असिम बोरदले और नारायण सैकिया ने भी भाषण दिया। पूर्वी बोरो और
पम्पी बोरो ने असमिया फुलाम गामोछा से अतिथियों का स्वागत किया।
सभा में सदौ असम कृषक संघ के अध्यक्ष तुलसी डेका ने कहा कि हिंदी भाषा के प्रसार के लिए व्यापक जागरूकता बढ़ाने का उद्देश्य है हिंदी दिवस का। हिंदी भारत की राजभाषा है। 1949 में 14 सितंबर को यह निर्णय लिया गया था और 1953 से 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।कार्यक्रम में हिंदी कविता वाचन, हिंदी गीत प्रदर्शन, हिंदी गीत नृत्य और हिंदी दिवस पर हिंदी भाषा में निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई। असम जातीय संगीत के साथ सभा का समापन हुआ और प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए गए।पुरस्कार प्राप्त करने वालों में गरिमा फांगशु, परिस्मृता बरदलै, डॉली बरदलै, समुद्र बरदलै, प्रियंका बरदलै, नव ज्योति देउरी, कनकन लोराई, दीपू मणि बरदलै, बरणव बरदलै, नयन ज्योति बरदलै, तपस्या कोंवर, हिमांशु शराई, दीक्षा बरदलै, सुस्मिता बरदलै, डिम्पी बरदलै, अमीना लराई, अर्पणा बरदलै, सुमन लराई और तनुश्री बरदलै शामिल हैं।हिंदी दिवस के आयोजन के लिए क्षेत्र के लोगों ने आयोजन समिति की सराहना की।