सिलचर जिला महिला कांग्रेस ने स्थापना दिवस मनाया


 

सिलचर से मदन सिंघल की रिपोर्ट

सिलचर जिला महिला कांग्रेस ने इंदिरा भवन, सिलचर में 'अखिल भारतीय महिला कांग्रेस' का 41वाँ स्थापना दिवस बड़े उत्साह और सम्मान के साथ मनाया। शुरुआत में, महिला कांग्रेस की सदस्यों ने सशक्त महिला नेतृत्व और नारी शक्ति के प्रतीक के रूप में स्वर्गीय इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।  इसके बाद 'श्यामाचरण हॉल' में 'महिलाएं, एक रचनात्मक अग्रदूत' शीर्षक से एक सेमिनार आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता अध्यक्ष बंदिता त्रिवेदी रॉय ने की, जिसमें असम प्रदेश महिला कांग्रेस की महासचिव और सिलचर जिला महिला कांग्रेस की प्रभारी नबीना मजूमदार, सिलचर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष सजल अचार्जी, एपीसीसी के उपाध्यक्ष शरीफ-उज-जमान लस्कर, एपीसीसी सचिव अभिजीत पॉल, एपीसीसी प्रवक्ता संजीव रॉय, सिलचर से पिछले लोकसभा उम्मीदवार सूरजो कांता सरकार की उपस्थिति में हुई।  सिमंता भट्टाचार्जी, देबोदीप दत्ता, अनवर अहमद, सुजान दत्ता, अब्दुल रज्जाक, कौशल दत्ता, अर्का साहा, सैयद अहमद बारभुइया, अल्पना देबरॉय, मुन्ना दत्ता और अन्य गणमान्य व्यक्ति।  इस अवसर पर महिला कांग्रेस की पूर्व और वर्तमान की दस प्रतिष्ठित समर्पित कार्यकर्ताओं को स्मृति चिन्ह और उत्तरीय देकर सम्मानित किया गया। पिछले दो वर्षों से जिला महिला कांग्रेस द्वारा महिला सम्मान कार्यक्रम का यह पाँचवाँ चरण है। आने वाले दिनों में भी महिलाओं की पूर्व और वर्तमान पीढ़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए इस तरह के और अधिक सम्मान कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे। उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया। विभिन्न वक्ताओं ने सिलचर जिला महिला कांग्रेस की चल रही गतिविधियों और समर्पण की प्रशंसा की और विश्वास व्यक्त किया कि महिला कांग्रेस आगामी नगर निगम चुनाव और 2026 में आगामी असम विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस अवसर पर बोलते हुए अध्यक्ष बंदिता त्रिवेदी रॉय ने अखिल भारतीय महिला कांग्रेस के गठन के विचार के पीछे थिंक टैंक स्वर्गीय सुचित्रा कृपलानी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि महिला कांग्रेस को इंदिरा गांधी जी जैसे साहसी और मजबूत नेतृत्व से सबक लेना चाहिए  राज्य नेता नबीना मजूमदार ने बताया कि वर्तमान युग में भी महिलाओं को वह सम्मान नहीं मिल रहा है जिसकी वे हकदार हैं। महिलाओं, विशेषकर कमजोर वर्गों पर अत्याचार आम बात है, जिससे सख्ती से निपटा जाना चाहिए। केक काटना स्थापना दिवस के प्रमुख आकर्षणों में से एक था। महिला कांग्रेस की ओर से जोसोदा सिन्हा, फातिमा अल मामोन, बेला पॉल, पोम्पी रॉय, कलिता यादव, फातिमा चौधरी, रूमी देब, सलमा बेगम, चंदा डे, पुष्पबती रॉय, रूपा दास, सुरतुन बेगम, कबिता सिन्हा, जुथिका दास, शिल्पा दत्ता नूनिया, नूर खातून आदि उपस्थित थीं। कार्यक्रम का संचालन रूमा सिन्हा ने खूबसूरती से किया।