सिलचर से मदन सिंघल की रिपोर्ट
शनिवार, 6 दिसंबर को असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा बराक चाय श्रमिक यूनियन कार्यालय का दौरा किया।यूनियन कार्यालय में लाल कार्पेट बिछाकर उनका स्वागत किया गया।मुख्यमंत्री के साथ मंत्री कौशिक रॉय और कृष्णेंदु पाल, विधायक मिहिर कांति सोम, दीपायन चक्रवर्ती, कमलाख्या डे पुरकायस्थ, विजय मालाकार और अन्य नेता उपस्थित थे।कार्यक्रम में मुख्यमंत्री और अन्य अतिथियों का उत्तरीय से अभिनंदन किया गया।मुख्यमंत्री को उपहार भी भेंट किए गए।महासचिव राजदीप ग्वाला ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने चाय श्रमिकों को भूमि पट्टा प्रदान करने के सरकार के हालिया निर्णय के लिए मुख्यमंत्री को बधाई दी और आभार व्यक्त किया।सह साधारण सम्पादक रवि नूनिया ने मुख्यमंत्री को अनुरोध किया कि बैठक में चाय समुदाय की जाति के लंबे समय से चले आ रहे मुद्दे का समाधान किया जाए। उन्होंने यह भी मांग की कि चाय श्रमिकों को उनकी सेवानिवृत्ति के तुरंत बाद भविष्य निधि, ग्रेच्युटी, डीएलआई आदि जैसी उनकी देय राशि मिलनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने चाय श्रमिकों को एक महीने के भीतर उनका बकाया दिलाने के लिए कानून बनाकर समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने विभिन्न वक्ताओं द्वारा यूनियन के राजनीतिक प्रतिनिधित्व की माँग को स्वीकार किया और इसके लिए उचित उपायों पर चर्चा की। इसके अलावा, बैठक में यूनियन परिसर में महिला छात्रावासों और स्किल सेन्टर की परियोजनाओं को अपनाने की माँग की गई। अपने भाषण के संदर्भ में, उन्होंने बराक के दिवंगत मंत्री और श्रमिक नेता दिनेश ग्वाला को याद किया और एक श्रमिक नेता के रूप में राजदीप ग्वाला की प्रशंसा की।बैठक में यूनियन के महासचिव राजदीप ग्वाला, संयुक्त महासचिव रवि नुनिया, खिरोद कर्मकार, बिपुल कुर्मी, बाबुल नारायण कानू, सचिव सुरेश बड़ाईक, सह सचिव दुर्गेश कुर्मी, उषा सिंह, बसंती चक्रवर्ती, मधुमिता पटवा, विशुद्धानंद महतो, किशोर रविदास, सुरजीत कर्मकार, सुदीप ग्वाला, बिरसा उरांग, ललन प्रसाद ग्वाला, जयदीप ग्वाला, अनुप बर्मा, विश्वजीत कोइरी, गंगासागर (बिजू) कर्मकार, विक्रम ग्वाला, सिउसागर गोंड, शिवचरण रविदास, रूपा सिंह और अन्य लोग उपस्थित थे।
